व्हील वियर
पहिया क्षरण एक महत्वपूर्ण घटना है जो विभिन्न परिवहन और औद्योगिक अनुप्रयोगों में होती है, जिससे पहियों वाले उपकरणों के प्रदर्शन और उनके जीवनकाल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह प्राकृतिक प्रक्रिया रेल, सड़क या अन्य सतहों के साथ लगातार संपर्क में आने से पहियों की सतहों के धीरे-धीरे क्षरण का कारण बनती है। आधुनिक पहिया क्षरण निगरानी प्रणालियों में उन्नत सेंसर और नैदानिक उपकरणों को शामिल किया गया है जो क्षरण पैटर्न, सामग्री के नुकसान और ज्यामितीय परिवर्तनों की निगरानी करते हैं। ये प्रणालियां क्षरण की प्रगति का विश्लेषण करने के लिए विकसित एल्गोरिदम का उपयोग करती हैं, जिससे भविष्यानुमान आधारित रखरखाव कार्यक्रम और पहियों के जीवन चक्र प्रबंधन को अनुकूलित किया जा सके। इस प्रौद्योगिकी में विभिन्न मापन पैरामीटर शामिल हैं, जिनमें प्रोफ़ाइल विश्लेषण, व्यास में कमी और सतह की स्थिति का आकलन शामिल है। औद्योगिक अनुप्रयोगों में रेलवे प्रणालियां भी शामिल हैं, जहां पहिया-रेल इंटरफेस प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, और विनिर्माण उपकरण भी जहां सटीक पहिया स्थिति उत्पादन गुणवत्ता को प्रभावित करती है। निगरानी प्रक्रिया में नियमित निरीक्षण शामिल होते हैं जिनमें स्वचालित मापन प्रणालियों का उपयोग किया जाता है, जो पहियों के प्रोफ़ाइल में सूक्ष्म परिवर्तनों का पता लगा सकती हैं और संभावित विफलता के बिंदुओं की भविष्यवाणी कर सकती हैं। पहिया क्षरण प्रबंधन के इस व्यापक दृष्टिकोण से विभिन्न क्षेत्रों में संचालन की दक्षता बनाए रखने, सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने और रखरखाव लागतों को अनुकूलित करने में मदद मिलती है।